Tuesday 12 November 2013

हिंदी शायरी

(१ )
अँधेरे दिल में शमा जलाने कि आरज़ू अभी बाकी हैं,
इश्क़ में जलकर राख़ होने कि तमन्ना अभी बाकी हैं ।


(२)

कमल कि कलि हो या सुरीली नगमा हो तुम,
कायनात हो या दो जहान हो तुम ।
महफ़िल - ए - ज़िंदगी हो या कोई हसीन ख्वाब हो तुम,
अए हुस्न कि मलिका
लाजवाब हो तुम । ।


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